किसान क्रेडिट कार्ड योजना : भारत सरकार ने 1998 में इस योजना की शुरुवात की थी जिसका उद्देश्य किसानों को बड़े बड़े साहूकारो से मुक्त कराना था क्योंकि पहले किसान जमीदार और साहूकार से ऋण ले कर जीवन भर उसका ब्याज भरते रहते थे इस समस्या का समाधान के लिए भारत सरकार ने इस योजना की शुरुवात की है जिसमे किसानों को 7 % वार्षिक ब्याज दर पर 3 लाख तक का लोन प्राप्त हो जायेगा अगर आप इससे ज्यादा लोन लेना चाहते है तो उसके लिए ब्याज दर 10 % वार्षिक हो जायेगी । कम ब्याज दरों पर ऋण देकर भारत सरकार किसानों की आर्थिक मदद करेगी ।
किसान क्रेडिट कार्ड के फायदे
क्रेडिट कार्ड से लोगों को कम ऋण दर पर बैंक से लोन मिल जाएगा साथ ही साथ इसे चुकाने के लिए फसल कट जाने के बाद आप इसकी किस्त भर सकते हैं क्रेडिट कार्ड में ब्याज की ऋण दर 7% है अगर आप 3 लाख तक कर लोन लेते हैं और अगर आप इससे ज्यादा लोन लेते हैं तो इसकी ऋण दर बढ़ जाएगी । भारत सरकार 0% मार्जिन पर इस योजना का क्रियान्वयन कर रहे हैं इस योजना में आपकी जमीन वह फसल के बिक्री के अनुसार आपको बैंक द्वारा लोन प्राप्त होगा इसमें है देखा जाएगा कि आपकी आय कितनी है ।
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किसान क्रेडिट कार्ड के नुकसान
भारत जैसे देशों में ऋण लेना बहुत आसान होता है पर इनको चुकाना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि हमारे देश में आय के सीमित संसाधन है । किसानों द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड ले तो लिया जाता है पर चुकाने में बहुत समस्याएं आती हैं इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे फसलों का बर्बाद होना , बारिश ना होना , मानसून में परिवर्तन आदि समस्याओं से किसानों की फसल बर्बाद हो जाती है वह उनकी आय में कमी आ जाती है जिससे वह क्रेडिट कार्ड की किस्त नहीं भर पाते हैं पर इसके लिए भारत सरकार द्वारा किसानों के ऊपर कम ऋण के साथ कुछ सब्सिडी भी प्रदान की जाती है पर जहां तक हो सके आपको ऋण का इस्तेमाल कम से कम ही करना चाहिए क्योंकि यह एक ऐसा जाल है जिसमें अगर आप एक बार फस गए तो आप फंसते ही रह जाओगे इसका उपयोग किसानों को अपने दैनिक खर्चे के लिए नहीं करके बल्कि खेती के उपकरण जैसे ट्रैक्टर , ट्राली या उन उपकरण खरीदने के लिए करना चाहिए ।
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किसान क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाएं / किसान क्रेडिट कार्ड ऑनलाइन अप्लाई
किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए किसानों को अपने पास के किसी सरकारी बैंक में जाकर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए अप्लाई करना होगा । आप इस कार्ड को बनवाने के लिए ऑनलाइन भी अप्लाई कर सकते हैं उसके लिए आपको पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और आपको इस पर आवेदन करना होगा । इसके लिए आपके पास निम्न दस्तावेज होने जरूरी है जो इस प्रकार है ।
किसान क्रेडिट कार्ड योजना दस्तावेज
- पास पोर्ट साइज दो रंगीन फोटो
- आवेदन पत्र
- कोई भी आईडी प्रूफ जो भारत सरकार द्वारा मान्य हो
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- उगाई गई फसलें रकबे के साथ
- जमीन या अन्य ऐसी प्रतिभूति जिसकी कीमत 1.50 लाख से अधिक हो ।
- भूमि प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
किसान क्रेडिट कार्ड कितनी जमीन चाहिए
किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए आपके पास 1.50 लाख से 3 लाख कीमत वाली जमीन होनी चाहिए यह जमीन की कीमत पर निर्भर करता है क्योंकि भारत में जमीन के रेट हर जगह अलग अलग है । या आप इसकी जगह और भी कोई प्रतिभूति गिरवी रख सकते हो जैसे कोई उपकरण , समान , घर आदि जिसकी कीमत 1.50 लाख से ज्यादा हो । इसी आधार पर आपका किसान क्रेडिट कार्ड बनेगा जिसकी सीमा 1.60 लाख से 3 लाख के बीच होगी ।
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किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर
किसान क्रेडिट कार्ड पर किसान को 7% की ब्याज दर लगती है । अगर उसने 3 लाख तक का लोन लिया है । अगर आपने इससे ज्यादा लोन लिया है तो आपकी ब्याज दर बढ़ा दी जाएगी । यह आपके लोन के ऊपर निर्भर करता है आपने कितना लोन लिया है । किसान क्रेडिट कार्ड में अगर आप एक साल के अंदर अपना सारा ब्याज और मूलधन भर देते है तो 3 % की सब्सिडी भारत सरकार द्वारा मिल जाती है ।
किसान क्रेडिट कार्ड न चुकाने पर
किसान क्रेडिट कार्ड न चुकाने पर बैंक आपको जल्द से जल्द ऋण चुकाने के लिए कहती है नही तो आपकी भूमि को बेचने का अधिकार बैंक को होता है । पर ऐसा आम तौर पर नही होता किसानों द्वारा ऋण न चुका पाने की दशा में उनको और समय दिया जाता है । तब भी वह अगर ऋण नही चुका पाए तो उनका ब्याज माफ कर दिया जाता है ताकि वह सिर्फ मूलधन चुका दे । इसके बाद भी अगर आप ऋण नही चुकाते तो तब भी आपकी भूमि बैंक नही बेचेगी । आपको और समय देगी जब तक आप मूलधन चुका नही देते ।
1 एकड़ में केसीसी लोन कितना मिलता है
1 एकड़ में केसीसी लोन आपकी जमीन और फसल की कीमत पर निर्भर करता हैं कि आपके जमीन की कीमत क्या है और आप उससे कितनी फसल निकाल रहे हो ।
केसीसी कितने साल की होती है
KCC 5 साल की होती है अगर आप एक बार पैसा निकाल लेते हो तो 5 साल के अंदर आपको पैसा भरना होता है इस योजना में आपको ब्याज तब ही लगेगा जब आपने रुपया निकाला हो अगर रुपए नही निकाले तो ब्याज नही लगेगा । और दूसरी बात किसान क्रेडिट कार्ड के अंतर्गत आपने कितना पैसा निकाला है सिर्फ उतने पर ही ब्याज लगेगा ।
किसान क्रेडिट कार्ड धारक की मृत्यु होने पर
अगर किसान की मृत्यु हो जाती है तो आपका ऋण माफ कर दिया जाएगा । इसके लिए बैंक आपसे हर महीने 5 रुपए और भारत सरकार 10 रुपए प्रीमीयम के रूप में लेती है जो की आपका बीमा होता है । इसके साथ ही आपके परिवार को 50 हजार रुपए भी प्रदान किए जाते है ।
केसीसी ऋण ब्याज कैलकुलेटर
3 लाख तक के लोन के लिए – 7 % ब्याज
3 लाख से अधिक लोन के लिए – बैंक द्वारा निर्धारित ब्याज
Note:- अगर आप एक साल में पूरा लोन चुका देते है तो सरकार आपको 3 % ब्याज की सब्सिडी देगा जिससे आपकी ब्याज दर 4 % ही रह जायेगी ।
किसान क्रेडिट कार्ड योजना कब शुरू हुई
किसान क्रेडिट कार्ड योजना भारत सरकार ने 1998 में शुरू की थी इस योजना में आरबीआई और नाबार्ड द्वारा हिस्सेदारी है । इसका क्रियान्वयन सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया करती है ।